सिक्ख सम्प्रदाय का अर्थ
[ sikekh semperdaay ]
सिक्ख सम्प्रदाय उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- लोगों पर हो रहे अत्याचारों से उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए सिक्खों के दसवें गुरु, गुरु गोविन्द सिंह, द्वारा स्थापित एक पंथ:"खालसा पंथ की स्थापना सोलह सौ निन्यानवे में बैसाखी के दिन आनंदपुर साहिब में की गई थी"
पर्याय: खालसा पंथ, सिक्ख पंथ, खालसा, खालसा सम्प्रदाय
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- गुरु अर्जुन ने सिक्ख सम्प्रदाय को दृढ़ता प्रदान करने का प्रयास किया।
- गुरूनानक देव सिक्ख सम्प्रदाय के संस्थापक और प्रथम गुरू माने जाते हैं।
- गुरूनानक देव सिक्ख सम्प्रदाय के संस्थापक और प्रथम गुरू माने जाते हैं।
- संकलन है ऐसे गुरु अमरदास ( 23.5) सरीखे गुरु तो सिक्ख सम्प्रदाय के दस गुरुओं में
- 16 वीं शताब्दी में ‘ सिक्ख सम्प्रदाय ' की स्थापना ‘ गुरु नानक ' जी ने की।
- “शुद्धतः हिंदुओं के दृष्टिकोण से अगर देखें तो ईसाइयत , इस्लाम व सिक्ख सम्प्रदाय में से सर्वश्रेष्ठ कौन सा है?
- स्नेही समाज के रामचरण जी ( 17.2) और सिक्ख सम्प्रदाय के दस गुरुओं में गुरु हरिराय (16.2) के प्रकाशोत्सव पर हम उन्हें नमन् करते हैं।
- शुद्धतः हिंदुओं के दृष्टिकोण से अगर देखें तो ईसाइयत , इस्लाम व सिक्ख सम्प्रदाय में से सर्वश्रेष्ठ कौन सा है ? स्पष्टतः सिक्ख पन्थ ।
- बोहरा समाज के धर्म गुरूओं , संत स्वामीनारायण , सिक्ख सम्प्रदाय के गुरू होने से यहां भारत और विदेशों से उनके अनुयायियों का आगमन निरंतर होता रहता है।
- बोहरा समाज के धर्म गुरूओं , संत स्वामीनारायण , सिक्ख सम्प्रदाय के गुरू होने से यहां भारत और विदेशों से उनके अनुयायियों का आगमन निरंतर होता रहता है।